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बड़े ही हर्षों उल्लास के साथ मनाया गया भूमा पीठाधीश्वर अनन्तश्री विभूषित स्वामी अच्युतानन्द तीर्थ जी महाराज का 65वाँ अवतरण दिवस।

31 अगस्त, 2018 को भूमा पीठाधीश्वर अनन्तश्री विभूषित स्वामी अच्युतानन्द तीर्थ जी महाराज का 65वाँ अवतरण दिवस “अद्भुत मन्दिर“ श्री भूमा शक्ति पीठ्म, हरिपुर कलां, हरिद्वार में बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित भक्तगणों ने महाराजश्री का पूजन किया ओर उनको फूल मालायें अर्पण की है तथा नर्सिंग कॉलेज के छात्राओं द्वारा नृत्य संगीत प्रस्तुत किये गये जिसके लिए महाराजश्री ने इन कलाकारों को प्रोत्साहित किया गया ।
इस अवसर पर दण्डी स्वामी, सन्त, महन्त, महामण्डलेश्वर आदि ने उपस्थित होकर महाराजश्री को उनके जन्मदिन की हार्दिंक बधाई दी। श्री मदन कौशिक जी, मा. केबिनेट मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार ने भी महाराजश्री को उनके जन्मोत्सव पर कहा कि महाराजश्री ने सनातन धर्म का पालन करते हुए अनेको ऐसे कार्य किये जैसे माँ गंगा को प्रदूषण मुक्त करने, कारगिल युद्ध में देश के वीरों को प्रोत्साहित करने तथा असहाय बच्चों एवं वृद्धों को सहारा देने तथा चिकित्सा क्षेत्र में चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के अतिरिक्त चिकित्सा शिक्षा को भी अग्रसारित कर रहे है। उनकी कार्य ही उनकी महानता को प्रदर्सित करती है। हम धन्य है, कि हमे ऐसे सन्त की छत्र-छात्रा प्राप्त हुई है।
महाराजश्री ने कार्यक्रम में उपस्थित भक्तगणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें अपनी राष्ट्रीय संस्कृति का पालन करना चाहिए, अपने धर्म की रक्षा करनी चाहिए, गंगा माँ को प्रदूषण से मुक्त करना, जल संरक्षण, बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं ओर गऊ माता की रक्षा-सुरक्षा करना ही हमारा परम कर्त्तव्य होना चाहिए। महाराजश्री ने यह भी कहा कि जिस प्रकार अपनी मातृ भूमि व देश की सुरक्षा के लिए हमारे वीर जवान अपने प्राण न्यौछावर करते है उसी प्रकार हमें भी अपने तन-मन-धन से अपने देश की सेवा करनी चाहिए, तभी हमारा देश विश्व में अपनी ख्याति प्राप्त कर सकता है।
महाराजश्री ने अपने जन्मोत्सव के पावन अवसर पर अपने धर्मार्थ चिकित्सालय में रोगियों को चिकित्सा सुविधाओं में विशेष छूट दी। उन्होंने देश के नवयुवक-नवयुक्तियों को चिकित्सा शिक्षा के साथ-साथ संगीत, नैतिक, सांस्कृति शिक्षा के लिए भी प्रेरित किया और देश की सेवा करना उनका परम कर्त्तव्य होना चाहिए।

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